कृषि क्षेत्र में क्रांति की शुरूआत है फसल ऋण माफी योजना

हरदा जिले में 15 हजार से अधिक किसानों का 31 करोड़ कर्ज माफ
मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने टिमरनी में किया 42 करोड़ के कार्यों का शिलान्यास-लोकार्पण

भोपाल: मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने कहा है कि किसानों की ऋण माफी योजना कृषि क्षेत्र में सुधार की दिशा में एक क्रांति की शुरूआत है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनका सपना है कि वे आने वाले समय में किसानों के चेहरे पर मुस्कान देखें। श्री नाथ आज हरदा जिले के टिमरनी में जय किसान फसल ऋण माफी कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने टिमरनी में 42 करोड़ 90 लाख से अधिक के 13 निर्माण कार्यों का शिलान्यास और लोकार्पण भी किया।

मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने कहा कि किसान के जन्म के साथ ही कर्ज जुड़ जाता है और मृत्यु पर्यन्त तक साथ रहता है। उन्होंने कहा कि कर्ज माफी से अर्थ-व्यवस्था में सुधार होगा। उन्होंने बताया कि आने वाले पाँच दिन में 25 लाख किसानों के 2 लाख रुपये तक के कर्ज माफ होने जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने शपथ ग्रहण करते ही सबसे पहले 55 लाख किसानों की कर्ज माफी की फाइल पर हस्ताक्षर किये। उन्होंने कहा कि बढ़ता हुआ कृषि उत्पादन हमारे सामने सबसे बड़ी चुनौती है। कृषि उत्पादन का किसानों को उचित मूल्य मिले एवं कृषि क्षेत्र में सुधार हो, यह हमारी प्राथमिकता है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि बेरोजगारी भी एक प्रमुख चुनौती है। आज का युवा वर्ग रोजगार चाहता है। यदि हम युवाओं को रोजगार नहीं देंगे, तो उनका भविष्य अंधेरे में रहेगा। प्रदेश में बेरोजगारी दूर करने के लिये निवेश को आमंत्रित करना होगा। उद्योग लगाकर बेरोजगारी दूर करेंगे। उद्योग लगायेंगे तो आर्थिक गतिविधियाँ बढ़ेंगी तथा प्रदेश का भविष्य भी सुरक्षित हो जायेगा।

जनसम्पर्क मंत्री तथा हरदा जिले के प्रभारी मंत्री श्री पी.सी. शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री ने शपथ लेने के एक घंटे के अंदर ही प्रदेश के 55 लाख किसानों के 2 लाख रुपये तक के कृषि ऋण माफ करने के पत्र पर हस्ताक्षर किये। यह अपने आप में एक इतिहास है। प्रदेश सरकार ने कृषि ऋण माफ करने में अपने लक्ष्य को प्राप्त कर लिया है। मुख्यमंत्री ने प्रदेश की जनता को जो वचन दिया था, उसे निभाया। पात्र उपभोक्ताओं के बिजली बिल आधे किए गए हैं। मुख्यमंत्री कन्या विवाह-निकाह योजना की राशि बढ़ाकर 51 हजार रुपये और वृद्धावस्था पेंशन 300 से बढ़ाकर 600 रुपये कर दी गई है। प्रभारी मंत्री ने बताया कि अब सरकार ने निर्णय लिया है कि पटवारी एवं ग्राम सेवक सप्ताह में दो दिन ग्राम पंचायतों में जाएंगे। उन्होंने बताया कि नर्मदा नदी को बचाने के लिये नर्मदा न्यास का गठन किया गया है। प्रयागराज कुम्भ मेले में अब तक प्रदेश के पाँच हजार लोगों को ट्रेन से स्नान के लिये शासन ने भिजवाया है। प्रभारी मंत्री ने बताया कि मोरन एवं गंजाल परियोजना बहुत जल्द शुरू की जाएगी। पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री कमलेश्वर पटेल ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया।

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