ग्रामीण आजीविका मिशन 37 लाख ग्रामीण महिलाओं को कोराना की रोकथाम हेतु कर रहा है प्रशिक्षित | कोविड 19 से बचने के उपाय

भारत सरकार एवं राज्य शासन की मंशानुसार कोविड-19 महामारी के ग्रामीण क्षेत्रों में प्रसार की रोकथाम हेतु कोविड-19 उपयुक्त व्यवहार, स्वास्थ्य व्यवहार, प्रतिरक्षा निमार्ण एवं टीकाकरण पर एनआरएलएम अंतर्गत गठित समस्त स्व-सहायता समूह सदस्यों को प्रशिक्षित एवं जागरूक करने का कार्य म.प्र. राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन द्वारा किया जा रहा है।

कोविड 19 से बचने के उपाय (पंच सूत्र) :-

  • घर से बाहर निकलते समय और काम पर जाने के दौरान अपने मुँह और नाक को मास्क, दुपट्टे या साफ कपड़े से ढक कर रखें।
  • एक मीटर की दूरी बनाये रखें, गले न लगाये और न ही हाथ मिलाएँ।
  • कम से कम 20 सेकण्ड के लिए अपने हाथ बार-बार धोएँ। सार्वजनिक स्थान पर थूके नहीं। अपनी आँख, नाक एवं मुँह को न छुएँ।
  • गर्म पानी पीएँ। पौष्टिक खाना खाएँ। अपने भोजन में अदरक, हल्दी, तुलसी, जीरा, दालचीनी शामिल करें।
  • यदि बुखार, सूखी खाँसी और साँस लेने में कठिनाई जैसे लक्षण दिखाते है तो चिकित्सा सहायता लें।

मुख्य कार्यपालन अधिकारी राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन श्री एल.एम. बेलवाल ने बताया कि राज्य इकाई कार्यालय के संबंधित योजना प्रभारी को 8 अप्रैल 2021 एवं प्रत्येक जिले से 2 तथा प्रत्येक विकासखंड से 2 मास्टर ट्रेनर (कुल 732) का ऑनलाइन प्रशिक्षण राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन, नई दिल्ली द्वारा 12 अप्रैल 2021 को दिया गया है। प्रशिक्षित मास्टर ट्रेनर 2 चरणों में आगामी प्रशिक्षण देंगे।

समस्त स्व-सहायता समूह सदस्यों को उनके ग्राम स्तर पर प्रशिक्षित करने के लिए प्रत्येक गाँव से एक सीआरपी को ऑनलाईन प्रशिक्षित किया गया है। जिन गाँव में सीआरपी उपलब्ध नहीं है वहाँ ग्राम संगठन के पदाधिकारी अथवा सक्रिय स्व-सहायता समूह सदस्यों तथा समस्त सीएलएफ के पदाधिकारी, ऑफिस वियरर्स तथा सीएलएफ एवं वीओ के सामाजिक गतिविधि उप-समिति के समस्त सदस्यों को ऑनलाईन प्रशिक्षित किया जा रहा है। इस प्रकार लगभग 1 लाख 40 हजार सदस्यों का प्रशिक्षण प्रचलन में है।

द्वितीय चरण में प्रशिक्षित सीआरपी/वीओ के पदाधिकारी/समूह की सक्रिय सदस्य अथवा सीएलएफ पदाधिकारी के माध्यम से ग्राम के समस्त स्व-सहायता समूह सदस्यों को छोटे-छोटे समूहों में कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए भौतिक रूप से प्रशिक्षित किया जा रहा है।

उपरोक्त प्रशिक्षण में समस्त प्रशिक्षणार्थियों को कोविड-19 टीकाकरण पर जागरूकता, कोविड-19 उचित व्यवहार, उपयुक्त स्वास्थ्य और प्रतिरक्षा वर्धन, भारत सरकार की स्वास्थ्य बीमा एवं स्वास्थ्य वित्त पोषित योजनाएँ, संक्रमण संचार एवं इसकी रोकथाम और रोग-प्रतिरक्षा बढ़ाने के उपाय आदि विषय पर प्रशिक्षित किया जा रहा है।

उपरोक्त प्रशिक्षण से म.प्र. राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के कुल प्रवेषित 44 हजार 553 ग्रामों में गठित 3 लाख 26 हजार 447 स्व-सहायता समूहों की लगभग 37 लाख महिला सदस्यों को कोविड-19 की रोकथाम के संबंध में जागरूक एवं प्रशिक्षित करने का लक्ष्य रखा गया है, जो कि 20 अप्रैल 2021 तक पूर्ण किया जाएगा। प्रशिक्षण के लिये तैयार प्रशिक्षण सामग्री यथा मॉडयूल, पोस्टर, हैण्डआउट, फलायर आदि मास्टर ट्रेनर्स एवं अन्य प्रशिक्षकों (समुदाय सदस्यों) को उपलब्ध कराए जा चुके है।

प्रशिक्षण के मुख्य बिन्दु

1. टीकाकरण :- कोविड-19 का टीका सुरक्षित है, यह हर वैज्ञानिक कसौटी पर खरा है। कोविड-19 का टीका 45 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के सभी व्यक्तियों के लिए। पंजीकरण फोन पर, टीकाकरण केन्द्र पर स्वयं जाकर कराया जा सकता है। पात्रता प्रमाणित करने वाले दस्तावेज – फोटो आईडी (आधारकार्ड, ड्राईविंग लाईसेंस, वोटर कार्ड, पेनकार्ड, मनरेगा जॉव कार्ड आदि। सरकारी स्वास्थ्य केन्द्रों पर नि:शुल्क टीकाकरण के लिये दिन एवं स्थान स्वयं चुन सकते हैं।

2. कोविड 19 से बचने के उपाय (पंच सूत्र) :-

  • घर से बाहर निकलते समय और काम पर जाने के दौरान अपने मुँह और नाक को मास्क, दुपट्टे या साफ कपड़े से ढक कर रखें।
  • एक मीटर की दूरी बनाये रखें, गले न लगाये और न ही हाथ मिलाएँ।
  • कम से कम 20 सेकण्ड के लिए अपने हाथ बार-बार धोएँ। सार्वजनिक स्थान पर थूके नहीं। अपनी आँख, नाक एवं मुँह को न छुएँ।
  • गर्म पानी पीएँ। पौष्टिक खाना खाएँ। अपने भोजन में अदरक, हल्दी, तुलसी, जीरा, दालचीनी शामिल करें।
  • यदि बुखार, सूखी खाँसी और साँस लेने में कठिनाई जैसे लक्षण दिखाते है तो चिकित्सा सहायता लें।

स्रोत : जनसंपर्क विभाग मध्य प्रदेश

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