स्व-रोजगार से युवाओं को मिल रहा है सृजनात्मक मार्ग

इंदौर के मुद्रा प्रोत्साहन कार्यक्रम में केन्द्रीय सामाजिक न्याय मंत्री श्री गेहलोत

केन्द्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री श्री थावरचंद गेहलोत ने कहा है कि केन्द्र और राज्य सरकार युवाओं को स्व-रोजगार देने के लिये लगातार प्रयास कर रही है। इससे युवाओं में सृजनात्मक मार्ग प्रशस्त हुआ है। उन्होंने आव्हान किया कि कौशल प्राप्त प्रत्येक युवा कम से कम 5 युवाओं के लिये रोजगार के अवसर सृजन करे। केन्द्रीय मंत्री श्री गेहलोत आज इंदौर के ब्रिलियेंट कन्वेंशन सेंटर में मुद्रा प्रोत्साहन अभियान कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।

श्री गेहलोत ने कहा कि भारत की आबादी में एक बड़ा हिस्सा युवाओं का है। इस वजह से दुनिया में भारत की विशिष्ट पहचान है। उन्होंने कहा कि देश में नोटबंदी और जीएसटी जैसे क्रांतिकारी निर्णय लिये गये। अब इसके सकारात्मक परिणाम आने शुरू हुए हैं। आने वाले समय में भारतीय अर्थव्यवस्था को इन निर्णयों से मजबूती मिलेगी। केन्द्र सरकार सबका साथ सबका विकास में विश्वास करती है। उन्होंने कहा कि पिछले दो वर्ष में देश में 4 करोड़ 50 लाख युवाओं को प्रधानमंत्री मुद्रा योजना में ऋण दिया गया है। ऋण बिना किसी गारण्टी के दिये गया है। श्री गेहलोत ने बताया कि देश में पिछले 3 वर्ष में 3 लाख युवाओं को कौशल उन्नयन का प्रशिक्षण दिलवाया गया है। श्री गेहलोत ने कहा कि शिविर में आये बैंक अधिकारी संवेदनशील होकर स्वरोजगार के प्रकरणों में मदद करें।

कार्यक्रम में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री संजय पाठक ने कहा कि युवा हमारे देश की उर्जा हैं। राज्य और केन्द्र सरकार इन्हें शिक्षा और रोजगार से जोड़ने के लिये लगातार कार्य कर रही। मध्यप्रदेश में युवाओं को पिछले 3 साल में स्व-रोजगार के लिये 14 हजार 500 करोड़ रूपये का लोन दिया गया है। उन्होंने कहा कि स्व-रोजगार योजना में अनुसूचित जाति, जनजाति, पिछड़ा वर्ग, दिव्यांग और महिलाओं को प्राथमिकता से लोन मिलना चाहिए। कार्यक्रम को महापौर श्रीमती मालिनी गौड़ ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर विधायक सर्वश्री महेन्द्र हार्डिया, सुश्री उषा ठाकुर, सुदर्शन गुप्ता उपस्थित थे।

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