किसान प्राकृतिक खेती एवं कृषि का विविधीकरण करें : मुख्यमंत्री श्री चौहान

भोपाल: राज्य शासन द्वारा प्रदेश में प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए वृहद कार्यक्रम चलाये जाने का निर्णय लिया गया है। इसी क्रम में प्राकृतिक खेती करने के इच्छुक कृषकों के पंजीयन हेतु पोर्टल तैयार किया गया है। पंजीयन हेतु निम्न लिंक पर क्लिक करें:- http://mpnf.mpkrishi.org/ प्रदेश में इस वर्ष 30 करोड़ रूपये की […]

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makka

कीट प्रबंधन – मक्का

कीट कॉलाम्बा लिविया प्रचलित नाम ब्लू कॉक पीजन पैराकीट क्रो क्षति आई.पी. एम नियंत्रण कीट रोपालोसिफम माइडिस प्रचलित नाम माहू क्षति आई.पी. एम नियंत्रण कीट चिलो पारटुलस प्रचलित नाम धारीदार तना छेदक कीट क्षति आई.पी. एम नियंत्रण कीट सेसेमिया इनफेरेन्स प्रचलित नाम गुलाबी तना छेदक क्षति आई.पी. एम नियंत्रण कीट पल्यूशिया एक्यूटा प्रचलित नाम पल्यूशिया […]

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soyabean keet rog

कीट प्रबंधन – सोयाबीन

कीट प्रबंधन – सोयाबीन कीट मेलेनाग्रोमाईज़ा सोजे प्रचलित नाम तना मक्खी क्षति आई.पी. एम. नियंत्रण कीट लेप्रोसिमा इडिकेटा प्रचलित नाम पत्ता मोडक ( लीफ फोल्डर ) क्षति आई.पी. एम. नियंत्रण कीट डेक्टीस टेकसान्स टेकसान्स प्रचलित नाम तनाछेदक क्षति आई.पी. एम. नियंत्रण कीट स्पोडोपेटरा लिटुरा प्रचलित नाम तम्बाखू इल्ली क्षति आई.पी. एम. नियंत्रण कीट एफिड प्रचलित […]

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रोग प्रबंधन - सिंचित धान

रोग प्रबंधन – सिंचित धान

माहू (फुदका) धान की फसल पर भूरा माहू, सफेद पीठ वाला माहू तथा हरा माहू का प्रकोप देखा जाता है। यह कीट पौधों से रस को चूसते है जिससें पौधों की वृद्धि तथा विकास प्रभावित होता है। भूरा माहू, धान के तने के निचले भाग में, पानी की सतह के उपर मौजूद रहकर पौधें से […]

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कीट प्रबंधन - सिचित धान

कीट प्रबंधन – सिंचित धान

कीट – ट्राईपोराइज़ा इंसर्टुलस प्रचलित नाम – तना छेदक क्षति आई.पी. एम कीट अवरोधी प्रजातियों जैसे रत्ना,जयश्री, दीप्ती, साकेत, विकास इत्यादि की बुआई करें। नत्रजन युक्त उर्वरकों का उचित व संतुलित मात्रा में उपयोगकरें। कीट नियंत्रण अपनाए। गर्मी में गहरी जुताई करें। समय से पूर्व या समय पर रोपाई/बुआई करें। स्वस्थ नर्सरी का विकास करें […]

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मूंग की उन्नत खेती

मूंग ग्रीष्म एवं खरीफ दोनो मौसम की कम समय में पकने वाली एक मुख्य दलहनी फसल है। इसके दाने का प्रयोग मुख्य रूप से दाल के लिये किया जाता हैजिसमें 24-26% प्रोटीन,55-60% कार्बोहाइड्रेट एवं 1.3%वसा होता है। दलहनी फसल होने के कारण इसकी जड़ो में गठाने पाई जाती है जो कि वायुमण्डलीय नत्रजन का मृदा […]

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सरसों की खेती में उर्वरक प्रबंधन

सरसों की खेती में उर्वरक प्रबंधन

फसल सिफारिश रबी फसल – सरसों अन्तर सस्य क्रियायें समय पर निदाई गुड़ाई से बीज और अनाज दोनों की उपज में वृध्दि होती है। सरसों के लिए विरलन और खाली स्थानों को बुआई के 15 से 20 दिन में भर देना चाहिए। फसल की प्रारंभिक अवस्था में खरपतवार के प्रकोप से बचाना चाहिए। सरसों के […]

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रबी फसल - चना

चने में उर्वरक प्रबंधन

फसल सिफारिशें रबी फसल – चना सुझाव कम और ज्यादा तापमान हानिकारक है। गहरी काली और मध्यम मिट्टी में बोनी करें। मिट्टी गहरी,भुरभुरी होना चाहिए। प्रमाणित और अच्छी गुणवत्ता, अच्छी अकुंरण क्षमता वाले बीजों का उपयोग करें। अपने क्षेत्र के लिए अनुमोदित किस्मों का उपयोग करें। मध्य प्रदेश में अक्टूबर के मध्य में बोनी करना […]

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प्रधानमंत्री-फसल-बीमा-योजना

प्रधानमंत्री फसल बीमा के नाम पर बीमा कंपनी किसानों को इस प्रकार लुट रही है कि किसानों को मालूम भी नहीं चल रहा है ,जानते हैं कैसे ?

वैसे तो फसल बीमे की शुरुआत फसल क्षति से होने वाली किसानों की हानि को कम करने एवं खेती में किसानों के खतरे को कम करने के लिए की गई है परन्तु इससे अब यह देखा जा रहा है की इससे किसानों को कम लाभ एवं कम्पनियों को अधिक मुनाफा हो रहा है, आइये जानते […]

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charagah

चरागाहों को चरता विकास

अनेक गांवों के चरागाहों की जमीन पर तमाम प्रभावशाली लोगों या स्वयं पंचायतों ने कब्जा कर लिया। सरकार की सिंचाई योजनाओं के तहत भी तमाम चरागाह खेती की जमीन में बदल दिए गए। नहरों आदि के निकलने और मिट्टी खनन या अन्य कुछ बिना सोचे-समझे लागू की गई योजनाओं ने भी चरागाहों को लीला है। […]

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